कानपुर, 30 मई 2025 — आज कानपुर एक बार फिर इतिहास का साक्षी बना, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करते हुए आत्मनिर्भर भारत के नए अध्याय की शुरुआत की। प्रधानमंत्री की उपस्थिति से शहर का उत्साह चरम पर था, जहां लोगों की भीड़, बच्चों की कलाकृतियाँ और युवाओं की ऊर्जा ने माहौल को आत्मीयता से भर दिया।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘भारत माता की जय’ के गगनभेदी नारों से की और कानपुर के लोगों को न केवल भावनात्मक रूप से जोड़ा, बल्कि हाल ही में हुए पहलगाम हमले में शहीद हुए कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी को भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी। उनकी बेटी ऐशान्या के दुःख को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने पूरे देश की पीड़ा को स्वर दिया और “ऑपरेशन सिंदूर” में भारतीय सेना के साहस और पराक्रम का उल्लेख करते हुए देशवासियों में गर्व की भावना भर दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब हर आतंकी हमले का जवाब अपने तरीके और समय से देगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब “एटम बम की गीदड़ भभकियों” से डरने वाला नहीं है और आतंक के हर संरक्षक को एक ही नजर से देखा जाएगा। यह संदेश न केवल पाकिस्तान को था, बल्कि दुनिया को भी भारत की स्पष्ट नीति का परिचय था।
उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता की बात करते हुए बताया कि कैसे देश अब विदेशी हथियारों पर निर्भर नहीं है। ब्रह्मोस मिसाइल और अन्य स्वदेशी तकनीकें आज भारत की आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में उन्नत डिफेंस कॉरिडोर विकसित हो रहा है और कानपुर इसका अहम हिस्सा है। यह डिफेंस सेक्टर में रोजगार और निवेश की संभावनाओं को जन्म देगा।
उद्योगों के पलायन से जूझते कानपुर के लिए यह दिन खास था। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब वही शहर डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट का बड़ा केंद्र बनेगा। उन्होंने उन पुरानी सरकारों की आलोचना की, जिन्होंने औद्योगिक विकास को नज़रअंदाज़ किया और शहर को पीछे छोड़ दिया।
इस अवसर पर कई पावर प्लांट्स का उद्घाटन किया गया, जिनसे यूपी की ऊर्जा जरूरतों को मजबूती मिलेगी। इनमें पनकी, नेवेली, ओबरासी, जवाहरपुर और खुर्जा पावर प्लांट शामिल हैं। यह पहल न केवल उद्योगों को ऊर्जा प्रदान करेगी, बल्कि आम लोगों की बिजली संबंधी परेशानियों को भी कम करेगी।
कानपुर मेट्रो की ऑरेंज लाइन के विस्तार ने शहरवासियों को गर्वित कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जहां लोग सोचते थे कि कानपुर जैसे शहर में मेट्रो नहीं चल सकती, वहीं आज शहर अंडरग्राउंड और एलिवेटेड मेट्रो से जुड़ रहा है। यह ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्याओं को हल करने में मदद करेगा और समय की बचत होगी।
रेलवे क्षेत्र में भी कानपुर को बड़ी सौगात मिली। फर्रुखाबाद-अनवरगंज सेक्शन में एलिवेटेड रेल कॉरिडोर की घोषणा ने वर्षों पुरानी परेशानी का समाधान पेश किया है। साथ ही कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने MSMEs को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि कैसे मुद्रा योजना, क्रेडिट गारंटी और आसान प्रक्रियाओं ने युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया है। ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रॉडक्ट’ जैसी योजनाएं पारंपरिक उद्योगों को नई ऊर्जा दे रही हैं।
आम आदमी की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय को टैक्स फ्री कर दिया गया है, जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिली है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार सेवा और विकास की भावना के साथ उत्तर प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस पूरे कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने न केवल योजनाओं की घोषणाएं कीं, बल्कि लोगों से सीधा संवाद भी किया। बच्चों की पेंटिंग्स को सराहा, उनका नाम-पता नोट करवाया और उन्हें पत्र भेजने का वादा किया। यह भावनात्मक जुड़ाव इस बात का प्रमाण था कि नेतृत्व सिर्फ घोषणाओं से नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और सहभागिता से मजबूत होता है।
आज का दिन कानपुर और पूरे उत्तर प्रदेश के लिए उम्मीद, आत्मविश्वास और विकास की एक नई सुबह लेकर आया। प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश था – अब न कोई कोना विकास से अछूता रहेगा, न कोई नागरिक सरकार की योजनाओं से वंचित होगा।
