छठ पूजा, जिसे सूर्य षष्ठी या डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है, भारत के बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित और महत्त्वपूर्ण त्योहार है। यह प्राचीन हिंदू त्योहार भगवान सूर्य (सूर्य देव) और ऊर्जा तथा उर्वरता की देवी छठी मैया की पूजा के लिए समर्पित है। अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक महत्त्व के कारण, छठ पूजा एक जीवंत और रंगीन उत्सव है।
छठ पूजा का इतिहास
छठ पूजा की उत्पत्ति प्राचीन भारत में हुई मानी जाती है और इसके प्रमाण महाभारत जैसे संस्कृत महाकाव्यों में मिलते हैं।
महाभारत के अनुसार, एक प्रमुख पात्र कर्ण भगवान सूर्य की पूजा करता था।
यह भी माना जाता है कि वैदिक काल में पांडवों की पत्नी द्रौपदी ने यह पूजा आरंभ की थी।
इस अनुष्ठान का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है, जहाँ सूर्य की स्तुति करते हुए भजन और समान रीति-रिवाज वर्णित हैं।
भगवान राम और सीता ने भी अपने राज्याभिषेक के समय कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष में सूर्य देव की पूजा की थी।
छठ पूजा के अनुष्ठानों और प्रथाओं का इतिहास वैदिक काल से है। प्राचीन ऋषि-मुनि सूर्य की ऊर्जा से शक्ति प्राप्त करने के लिए इसका पालन करते थे।
छठ पूजा का महत्त्व
1. सूर्य देव की पूजा: यह त्योहार मुख्य रूप से सूर्य देव को समर्पित है। यह विश्वास है कि सूर्य देव का आशीर्वाद दीर्घायु, समृद्धि और कल्याण प्रदान करता है।
2. प्राकृतिक उपचार: सूर्य की किरणों को मानसिक और शारीरिक बीमारियों से राहत प्रदान करने वाला माना जाता है।
3. पर्यावरण संरक्षण: छठ पूजा पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देती है। इसके दौरान भक्त प्राकृतिक जल स्रोतों का उपयोग करते हैं और कृत्रिम सामग्री से बचते हैं।
छठ पूजा के अनुष्ठान
छठ पूजा चार दिवसीय उत्सव है और प्रत्येक दिन विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं:
1. नहाय खाय: पहले दिन भक्त पवित्र नदी या तालाब में स्नान करते हैं और शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं।
2. खरना: दूसरे दिन भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और शाम को प्रसाद चढ़ाकर उपवास तोड़ते हैं।
3. संध्या अर्घ्य: तीसरे दिन सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है।
4. उषा अर्घ्य: चौथे और अंतिम दिन सूर्योदय के समय प्रार्थना की जाती है।
छठ पूजा कहाँ-कहाँ मनाई जाती है?
छठ पूजा मुख्यतः बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है। हालांकि, प्रवासी भारतीय और नेपाली समुदाय इसे भारत के अन्य राज्यों और विदेशों जैसे मॉरीशस, फिजी, अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, और ऑस्ट्रेलिया में भी बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।
छठ पूजा से जुड़े रोचक तथ्य
1. छठ पूजा भारत का एकमात्र वैदिक त्योहार है।
2. यह महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्यों से जुड़ा हुआ है।
3. इसके अनुष्ठानों का वैज्ञानिक आधार है, जो शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करता है।
4. सूर्य की किरणों के संपर्क से शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी का अवशोषण बढ़ता है।
5. यह त्योहार मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है।
छठ का नाम “छठ” क्यों पड़ा?
छठ शब्द का अर्थ हिंदी और नेपाली में “छह” होता है। चूंकि यह त्योहार कार्तिक महीने के छठे दिन मनाया जाता है, इसे छठ पूजा कहा जाता है।