चुनाव में बड़ी लापरवाही: मतदान कर्मियों को जारी कर दिए बिना फोटो आईडी कार्ड, 20 सीटों पर 7 नवंबर को होगी वोटिंग
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है। इस चुनाव में मतदान कर्मियों को बिना फोटो के पहचान पत्र दिए गए हैं। इससे सुरक्षा बलों को मतदान कर्मियों की शिनाख्ती में परेशानी हो रही है।
मतदान कर्मियों को दिए गए पहचान पत्रों में केवल नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज हैं। फोटो नहीं होने से सुरक्षा बलों को मतदान कर्मियों की पहचान करना मुश्किल हो रहा है। कई जगहों पर मतदान कर्मियों को पहचान पत्र दिखाने के बाद भी सुरक्षा बलों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया है।
इस मामले में चुनाव आयोग ने कहा है कि यह एक तकनीकी खामी है। आयोग ने जल्द ही इस समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
छत्तीसगढ़ में मंगलवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान होना है। सोमवार को मतदान कर्मियों को मतदान सामग्री बांटी गई। इस दौरान दंतेवाड़ा में मतदानकर्मियों को बिना फोटो वाला पहचान पत्र जारी किया गया है।
दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित इलाका है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से यह एक बड़ी लापरवाही है। मतदानकर्मियों को बिना फोटो के ही पहचान पत्र दिए जाने की वजह से स्ट्रांग रूम के पास जब मतदानकर्मी मतदान सामग्री लेने पहुंचे तो बाहर से आए सुरक्षाबल के जवानों को भी शिनाख्ती में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
दंतेवाड़ा में कुल 273 मतदान केंद्र है, जिसमें से 51 मतदान केंद्र सामान्य हैं बाकि सभी मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित और अति नक्सल प्रभावित केंद्र है। ऐसे में बिना फोटो के पहचान पत्र की वजह से इनके गलत इस्तेमाल का भी डर है।