नई दिल्ली, 9 नवंबर 2023:
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने टेलिकॉम कंपनियों को डिजिटल कंसेंट एक्यूजीशन (DCA) सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है। यह सिस्टम उपभोक्ताओं को फर्जी कॉल और अनचाहे मैसेज से बचाने में मदद करेगा।
क्या है DCA सिस्टम?
DCA (डिजिटल कंसेंट एक्यूजीशन) एक ऐसा तंत्र है, जिसके तहत टेलिकॉम कंपनियों को उपभोक्ताओं से प्रमोशनल कॉल और मैसेज भेजने से पहले उनकी अनुमति लेनी होगी। उपभोक्ता यह अनुमति ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से दे सकते हैं।
यह सिस्टम 2018 के टेलिकॉम कमर्शियल कम्यूनिकेशन कस्टमर प्रेफरेंस रेगुलेशन के तहत बनाया गया है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को यह अधिकार देना है कि वे तय कर सकें कि उन्हें किस प्रकार के प्रमोशनल कॉल या मैसेज चाहिए।
DCA सिस्टम कैसे काम करेगा?
DCA सिस्टम के दो मुख्य चरण होंगे:
1. इजाजत प्राप्त करना:
ऑनलाइन माध्यम: उपभोक्ता कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इजाजत दे सकते हैं।
ऑफलाइन माध्यम: उपभोक्ता टेलिकॉम कंपनियों के ग्राहक सेवा केंद्र जाकर दस्तावेज जमा कर अपनी सहमति प्रदान कर सकते हैं।
2. इजाजत का रिकॉर्ड रखना:
कंपनियों को उपभोक्ताओं की सहमति का पूरा रिकॉर्ड रखना होगा। इसमें उपभोक्ता का नाम, मोबाइल नंबर, सहमति की तारीख और सहमति का प्रकार (कॉल/मैसेज) शामिल होंगे।
DCA सिस्टम के लाभ:
DCA सिस्टम के लागू होने के कई फायदे होंगे:
फर्जी कॉल और मैसेज से राहत:
यह उपभोक्ताओं को अनचाही कॉल और मैसेज से छुटकारा दिलाएगा।
निजता की सुरक्षा:
यह उपभोक्ताओं की गोपनीयता बनाए रखने में सहायक होगा।
उपभोक्ताओं का नियंत्रण:
उपभोक्ता यह तय कर पाएंगे कि उन्हें कौन से प्रमोशनल कॉल और मैसेज चाहिए।
DCA सिस्टम कब लागू होगा?
TRAI ने अभी तक इस सिस्टम के लागू होने की अंतिम तारीख की घोषणा नहीं की है। हालांकि, यह उम्मीद की जा रही है कि DCA सिस्टम जल्द ही प्रभावी हो जाएगा।
आज के समय में फर्जी कॉल और मैसेज लोगों के लिए बड़ी समस्या बन चुके हैं। इनमें बैंकिंग, इंश्योरेंस, लकी ड्रॉ जैसे फर्जी ऑफर शामिल होते हैं, जो उपभोक्ताओं को धोखा देने का प्रयास करते हैं। TRAI का यह कदम उपभोक्ताओं को ऐसी परेशानियों से बचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है