तिथि और थीम:
विश्व हिंदी दिवस 2025 शुक्रवार, 10 जनवरी को मनाया जाएगा। इस वर्ष का विषय है “एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज।” यह विषय हिंदी के माध्यम से विश्वभर में एकता और सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करता है।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास:
विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत 2006 में भारत सरकार की पहल पर हुई थी। यह दिन 1975 में नागपुर में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की स्मृति में मनाया जाता है, जिसने हिंदी को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई। वहीं, 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो 1949 में हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में अपनाने की याद दिलाता है।
महत्व:
हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी भाषा की समृद्धि और इसकी वैश्विक पहचान को बढ़ावा देना है। यह दिन हमें हमारी सांस्कृतिक और भाषाई विरासत को संरक्षित करने और इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने की प्रेरणा देता है।
हिंदी भाषा :
दुनिया में लगभग 50 करोड़ लोग हिंदी बोलते हैं।
यह भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है।
हिंदी साहित्य और सिनेमा के माध्यम से यह वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो रही है।
विश्व हिंदी दिवस के कार्यक्रम:
इस दिन विभिन्न सम्मेलन, भाषण प्रतियोगिताएं, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भारत और विदेशों में स्कूलों, कॉलेजों, और विश्वविद्यालयों में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयास किए जाते हैं।
थीम का उद्देश्य:
“एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज” थीम का उद्देश्य हिंदी को संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का साधन बनाना है। यह भाषा केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विविध संस्कृतियों को जोड़ने का माध्यम बन चुकी है।
निष्कर्ष:
विश्व हिंदी दिवस 2025 हमें हिंदी भाषा की महत्ता और इसकी सांस्कृतिक धरोहर को समझने का अवसर प्रदान करता है। हमें हिंदी के प्रचार-प्रसार और संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए ताकि यह भाषा आने वाली पीढ़ियों तक अपनी पहचान बनाए रख सके।