26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनया जाता है सिखों के अंतिम गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के अनुकरणीय साहस की कहानी से देश और दुनिया को अवगत कराने के लिए वीर बाल दिवस मनया जाता है,तो चलिए जानते हैं क्या है वीर बाल दिवस,क्या रहा है इसका इतिहास और…
Category: Dharm
Dharm related articles
Gyanvapi Verdict Nears: Sealed Report Fuels Tension as Hindus, Muslims Await Fate
Gyanvapi survey report: Decision to be taken today, conflict between Hindu-Muslim parties Varanasi, December 20, 2023: The Archaeological Survey of India (ASI) presented a survey report on the Gyanvapi Masjid complex in a sealed cover in the Varanasi district court on Wednesday. The court has fixed the next hearing for…
दशहरा अथवा विजयादशमी?
आजकल सोशल मीडिया का जमाना है इसीलिए हर पर्व त्योहार में व्हाट्सप्प तथा मैसेंजर उस त्योहार के शुभकामनाओं से भर जाता है. आज भी कुछ ऐसा ही है और हर तरफ से दशहरा एवं विजयादशमी की शुभकामनाएँ मिल रही है…! लेकिन, उन शुभकामनाओं में कहीं दशहरा तो कहीं विजयादशमी लिखा…
रामानंद सागर के श्रीराम
हालांकि भगवान राम की मर्यादा और रामायण की महिमा तो सर्वकालिक है। लेकिन चिर निद्रा में सोये और अपने महान इतिहास को लगभग विस्मृत कर चुके हम सनातनियों को जब कोई जामवंत आकर याद दिलाता है कि तुम तो मर्यादा पुरुषोत्तम के वंशज हो! तुम्हारी रगों में रघुकुलनंदन का लहू…
नवरात्र – नवरात्रि – नवदिन?
अभी नवरात्र चल रहा है और पूरे देश में हर्षोउल्लास का माहौल है… तथा, सभी सनातनी हिन्दू एक दूसरे को नवरात्र की बधाइयाँ दे रहे हैं. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि नवरात्र को “नवरात्र” ही क्यों कहा जाता है… “नवदिन” क्यों नहीं ??? क्योंकि, इन 9-10 दिनों तक…
Pitru Paksha: A Time to Pay Tribute to Ancestors and Seek Blessings for the Family
Pitru Paksha: A Sacred Time to Honor Ancestors and Seek Their Blessings In the vast tapestry of Hindu traditions, there are several occasions dedicated to honoring deities, saints, and ancestors. One of the most spiritually significant of these is Pitru Paksha. This 16-day period, observed during the Hindu month of…
पितृ पक्ष: पितरों को श्रद्धांजलि और परिवार के लिए आशीर्वाद का समय
पितृपक्ष / श्राद्ध श्राद्ध कर्म एक ऐसा कर्म है, जिसमें हम अपने कुल देवताओं, पितरों और पूर्वजों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं। वर्ष में पंद्रह दिन की विशेष अवधि में श्राद्ध कर्म किए जाते हैं, जिसे श्राद्ध पक्ष कहा जाता है। श्राद्ध पक्ष की शुरुआत आज से हो चुकी…