मूल वाल्मीकीय रामायण में “रामायण” के शब्दार्थ “राम की यात्रा” के अनुरूप बालकाण्ड और उत्तरकाण्ड की प्रक्षिप्तता की स्थापना करनेवाले विद्वानों में वासुदेव शरण अग्रवाल (1904-1960) और डॉ. नंद किशोर देवराज प्रमुख हैं। वासुदेवशरण अग्रवाल ने वाल्मीकीय रामायण के गहन अनुशीलन के बाद एक महत्वपूर्ण शोध-आलेख “रामायणी कथा” शीर्षक से…
Category: By – श्रीमान कमलाकांत त्रिपाठी
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